अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन स्थापना दिवस पालित

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कोलकाता: अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, पश्चिम बंगाल शाखा ने दसवां स्थापना दिवस कांकुरगाछी स्थित दिव्यांग सेवा संस्थान अलकेन्दु बोध निकेतन में मनाया। राज्य अध्यक्ष सुशील चौधरी के नेतृत्व में पदाधिकारी एवं सदस्य भारी संख्या में पहुंचे और वहां रह रहे बच्चों को भोजन कराया एवं उपहार देकर सबका सम्मान किया।


श्री चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन की स्थापना के मूल में वैश्य समुदाय को संगठित करने के साथ-साथ सर्वसाधारण के हित में काम करना रहा है। दिव्यांग बच्चे हमारी करुणा और मानवीय भावना के हकदार हैं। इसीलिए इनके कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की जरूरत है।


राज्य महासचिव प्रदीप लुहारीवाला ने कहा कि महासम्मेलन तेजी से पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय हो रहा है। इसके उद्देश्य एवं कार्यक्रम ऐसे हैं जिससे समाज का कल्याण सुनिश्चित है तभी लोग बड़ी संख्या में महासम्मेलन से जुड़ रहे हैं।
पूर्व राज्य अध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल ने कहा कि वैश्य समुदाय सिर्फ व्यवसाय में ही नहीं जीवन के अन्य सभी क्षेत्रों में तेजी से अग्रसर हो रहा है। संगठित होकर समाज की सेवा करने के लिए ही महासम्मेलन की परिकल्पना की गई थी जिससे वैश्य समुदाय को उचित सम्मान मिले।


इस आयोजन को सफल बनाने में महासम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल,  वर्तमान कार्यकारिणी सदस्य राम किशोर लुहारीवाला, सतीश अग्रवाल, जयेश भाई संघवी , सुरेश अग्रवाल, सुनील जायसवाल, राजेश ककरानिया, राजेश लुहारीवाला, इंद्रचंद बजाज, विनोद टेकरीवाल, राजेन्द्र प्रसाद सुरेका, महेंद्र अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष अमित धनानिया सक्रिय रहे। अलकेन्दु बोध निकेतन की ओर से सचिव शिबू दत्ता ने महासम्मेलन के पदाधिकारियों का सम्मान किया और इनकी सेवाभावना की तारीफ की।

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