भारत में ग्लोबल हब बनाने के लिए कॉर्नेल यूनिवर्सिटी ने ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए

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कोलकाता 27 अगस्त 2022: कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दोनों विश्वविद्यालयों को अपने सभी स्कूल्स और प्रोग्राम्स में अहम पार्टनरशिप और कोलाबोरेशन करने में सक्षम बनाएगा। जेजीयू, कॉर्नेल के साथ भारत में कॉर्नेल ग्लोबल हब के सेंटर्स में से एक सेंटर के रूप में काम करता रहा है, जो कानून के क्षेत्र में कॉर्नेल के साथ अपनी मूल्यवान और दीर्घकालिक साझेदारी के आधार पर काम कर रहा है, जिसका अब आपसी विशेषज्ञता और रुचि के अन्य क्षेत्रों में विस्तार हो रहा है।

कॉर्नेल यूनिवर्सिटी ने 2022 में कॉर्नेल ग्लोबल हब्स की शुरुआत की। दुनिया भर में स्ट्रेटजिक लोकेशंस बेस्ड, ग्लोबल हब्स सभी कॉर्नेल को मजबूत अंतरराष्ट्रीय समकक्ष संस्थानों और उनकी कम्युनिटीज, देशों और क्षेत्रों से जोड़ते हैं। हब्स ब्रॉड-रीचिंगपार्टनरशिप्स हैं जो रिसर्च, लर्निंग और इंगेजमेंट को कंबाइन करने के साथ-साथ फैकल्टी, छात्रों, एलुमनाई, बिजनेसेज और पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर कोएक साथ लाते हैं। हब्स पार्टनरशिप्स पारस्परिकता पर आधारित हैं। ग्लोबल हब में फैकल्टी और छात्र कॉर्नेल और अन्य हब्स लोकेशंस के साथ पार्टनरशिप करते हुए, इंटरनेशनल रिसर्च और शैक्षिक अवसरों के एक जीवंत नेटवर्क में शामिल होते हैं।

कॉर्नेल ग्लोबल हब्स पूरे विश्वविद्यालय को मजबूत अंतरराष्ट्रीय समकक्ष संस्थानों और उनके समुदायों, देशों और क्षेत्रों से कनेक्ट करते हैं। कोई भी दो हब्स एक जैसे नहीं हैं, लेकिन सभी वन कॉर्नेल की छत्रछाया में कॉर्नेल के एकैडमिक डिस्टिंक्शन, शैक्षिक क्रिया और नागरिक जिम्मेदारी शेयर करते हैं। ग्लोबल हब्स प्रमुख लोकेशंसपर इंस्टीट्यूश्नल कनेक्शंस उपलब्ध कराकर दुनिया भर में अध्ययन, रिसर्च, टीच और इंगेज करने के लिए छात्रों और शिक्षकों के लिए अधिक विविध, दीर्घकालिक अवसर उपलब्ध कराते हैं और उनको सपोर्ट करते हैं।

हब्स इन स्थानों पर कॉर्नेल की मौजूदगी का समन्वय करते हैं, छात्रों और शिक्षकों को पार्टनर्स, भावी छात्रों और पूर्व छात्रों के साथ जोड़ते हैं। प्रत्येक ग्लोबल हब यूनिक है, लेकिन सभी सशक्त स्थानीय विश्वविद्यालयों के साथ पार्टनरशिप में और पारस्परिक लाभ और एक्सचेंज के सिद्धांत पर काम करते हैं। स्टडी को प्रमोट करनेतथा घर व विदेश में एकैडमिक एक्सपीरिएंसेज की रेंज को बढ़ाने वाले हैंड्स-ऑन प्रोजेक्ट्स को डेवलप करने के लिए कॉर्नेल हब्स पार्टनर्स के साथ काम कर रहे हैं।

कॉर्नेल और जेजीयू के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के इस ऐतिहासिक अवसर पर बोलते हुए, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डॉ. सी. राज कुमार ने कहा कि, “जेजीयू और कॉर्नेल अपने मौजूदा अर्थपूर्ण सहयोग के जरिए एक दशक से अधिक समय से कानून के क्षेत्र में अनूठेऔर मूल्यवान इंटरनेशनल प्रोग्राम्स और इंटलेक्चुअल इंगेजमेंट्स- जिसमेंड्यूल डिग्री प्रोग्राम्स,स्टूडेंट्स एक्सचेंजेज, ज्वाइंट रिसर्च, ज्वाइंट सेमिनार्स और कॉन्फ्रेंसेज शामिल हैं, के जरिए छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स को फायदा पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हायर एजुकेशन एंड रिसर्च के बेस्ट ग्लोबल प्रैक्टिसेस वाले इंटरकल्चरल लर्निंग का समग्र अनुभव पाने के लिए, कॉर्नेल और जेजीयू के बीच विश्वविद्यालय स्तर पर नए रीइमैजिन्ड और विस्तारित सहयोग में आपसी विशेषज्ञता के सभी क्षेत्रों में छात्रों और दोनों संस्थानों के फैकल्टी मेंबर्स के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की अपार क्षमता है। यह दोनों विश्वविद्यालयों के फैकल्टी मेंबर्स और छात्रों को विभिन्न संस्थागत पार्टनरशिप्स के माध्यम से एक दूसरे के साथ जुड़ने और संवाद करने में सक्षम बनाएगा।“

अपनी वैश्विक मौजूदगी का विस्तार करते हुए भारतीय उच्च शिक्षा के विकास के लिए इस समझौते के महत्व के बारे में बताते हुए प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, “1865 में स्थापित कॉर्नेल विश्वविद्यालय, एक विश्व स्तरीयरिसर्च यूनिवर्सिटी है। 2009 में स्थापित जेजीयू, भारत का वैश्विक विश्वविद्यालय और एक ‘प्रतिष्ठित संस्थान’ है। कॉर्नेल और जेजीयू एक विशिष्ट समझौते के माध्यम से सहयोग करने और एक-दूसरे की क्षमताओं और जरूरतों की एक बढ़ी हुई अंडरस्टैंडिंग डेवलप करने के लिए मिलकर काम करने और सामूहिक रूप से सहयोग के अवसरों की पहचान करने की दिशा में काम करनेके लिए सहमत हुए हैंजोभारत और संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर केसभी विषयों में दोनों संस्थानों में एकैडमिक एक्सचेंज और रिसर्च कोलाबोरेशंस को मजबूत बनाने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करते हैं। दोनों विश्वविद्यालयों का उद्देश्य अपनी मूल्यवान साझेदारी को आगे और विकसित करना है जो दोनों विश्वविद्यालयों में फैकल्टी मेंबर्स के बीच दिली जुड़ाव के साथ स्नातक और स्नातकोत्तर प्रोग्राम्स के विकास को बढ़ावा देता है और मल्टी-लैटरल और क्रॉस-इंस्टीट्यूश्नल सहयोग को बढ़ाता है।”

इन नई पहलों के माध्यम से, कॉर्नेल और जेजीयू का उद्देश्य संयुक्त रूप से कॉन्फ्रेसेंस और वर्कशॉप्स का आयोजन करना है जो भारत और यूएसए के स्कॉलर्स, नीति निर्माताओं और बिजनेस लीडर्स के बीच विचारों के आदान-प्रदान करने को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, दोनों संस्थानों ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सहयोग और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए ज्वाइंट इनोवेशन और एक्टिविटीज को स्थापित करने के अवसरों का पता लगाने के लिए परस्पर इच्छा जताई है।

दोनों विश्वविद्यालयों ने वर्षों के सार्थक पार्टनरशिप के माध्यम से एक अविश्वसनीय तालमेल विकसित किया है जिसके परिणामस्वरूप छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स दोनों तरफ के लिए सहयोगात्मक प्रयासों की जबरदस्त संभावना है। नतीजतन, जेजीयू और कॉर्नेल अब एक यूनिवर्सिटी-वाइड कोलाबोरेशन में प्रवेश कर रहे हैं जिससे दोनों के बीच इंटरनेशनल एक्सचेंजेज, एकैडमिक और और साइंटिफिक रिलेशनशिप्स विकसित होगा और दोनों संस्थानों में उच्च शिक्षा और अनुसंधान के महत्वपूर्ण डोमेंस में कोलाबोरेटिव रिसर्च एक्टिविटीज में मदद मिलेगी। कॉर्नेल और जेजीयू के बीच यूनिवर्सिटी-वाइड पार्टनरशिप दोनों विश्वविद्यालयों के सभी स्कूल्स और रिसर्च सेंटर्स के लिए संभावित सहयोग के अवसर प्रदान करेगी।

जेजीयू के फैकल्टी मेंबर्स कॉर्नेल की ग्लोबल हब्स सैलून सीरीज में भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जिसमें कॉर्नेल फैकल्टी होस्ट निम्नलिखित थिमैटिक रूब्रिक्स के तहत ग्लोबल हब इंस्टीट्यूशंस के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहे हैं: बिग डेटा, एआई और न्यू मीडिया; लोकतांत्रिक चुनौतियां और बदलाव; भविष्य के शहर; असमानता और सामाजिक न्याय; प्रवास और मोबिलिटीज; एक स्वास्थ्य; सतत विकास।

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