औद्योगिक उपयोगिता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र
घर लोगों के लिए आय का एक बड़ा स्रोत है, जिस तरह देश के विकास में उद्योग की भूमिका निर्विवाद है। और इस उद्योग में पारिस्थितिकी एक बड़ी भूमिका निभाती है। यदि इसका सही ढंग से पालन किया जाए, जैसे उद्योग के विभिन्न पहलुओं में जबरदस्त सुधार होता है, एक बीमार उद्योग और धीरे-धीरे सफलता का चेहरा दिखने लगता है। एक शब्द में कहें तो पारिस्थितिकी एक ऐसी तकनीक है जो कला और विज्ञान को आगे ले जाती है।
पशुपालन से लेकर कृषि तक सभी प्रकार के छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों में इस पारिस्थितिकी की भूमिका बहुत बड़ी है। प्रसिद्ध पारिस्थितिकीविद् डॉ. सुरेंद्र कपूर ने बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक फैंसी कार्यक्रम में उद्योग के लिए पारिस्थितिकी तंत्र की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। प्रारंभ में संस्था के अध्यक्ष डॉ. अर्पण मित्रा ने पुष्पांजलि व माल्यार्पण कर उनका अभिनंदन किया। जिस तरह से डॉ. कपूर ने उद्योग के लिए पारिस्थितिकी तंत्र की उपयोगिता को उजागर करने के लिए विभिन्न उदाहरणों का इस्तेमाल किया, उससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।