चंद्रमौली वेंकटेसन की तीसरी किताब ट्रांसफॉर्म आपको कार्यस्थल पर एक बेहतर लीडर और मैनेजर बनाएगी

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कोलकाता : अपनी बेस्टसेलर पुस्तक कैटेलिस्ट और गेट बेटर ऐट गेटिंग बेटर  के लिए विख्यात, स्वर्गीय चंद्रमौली वेंकटेसन की ट्रांसफॉर्म नामक पुस्तक पैंक्रियाज के कैंसर से उनकी मृत्यु होने के ठीक पहले पूरी हुई थी। उनकी इच्छा इस पुस्तक को एक लम्बी श्रृंखलाबद्ध पुस्तकों का हिस्सा बनाना था जिसे वे लोगों को उनकी आजीविका में मार्गदर्शन के लिए लिखना चाह रहे थे। पेंगुइन द्वारा प्रकाशित इस नई पुस्तक में मौली ने वही किया जो वह सबसे बढ़िया करते हैं, यानी उन्‍होंने प्रमुख कुशलता – लोक प्रबंधन के माध्यम से वृद्धि एवं सुधार करने के सबसे महत्वपूर्ण विधियों को उजागर किया है।

एशियाई पेंट्स, ओनिडा, मोंड़ेलेज़ (पूर्ववर्ती कैडबरी) और पिडलाईट जैसी कंपनियों में 29 वर्ष के शानदार रिकॉर्ड के साथ मौली ने विविध क्षेत्रों में काम किया है और इस पुस्तक में प्रस्तुत परिज्ञानों के माध्यम से अपने समस्त अनुभव को जीवंत किया है।

अपने कॅरियर के दौरान मौली ने देखा कि सभी उद्योगों में लोक प्रबंधन कौशल लगभग सर्वव्यापी आवश्यकता है और किसी व्यक्ति को सफल बनाने में उनका काफी प्रभाव रहता है। उन्‍होंने यह भी देखा कि शीर्ष पर बैठे लोग अनिवार्यतः सर्वाधिक तकनीक सक्षम या सबसे रचनात्मक नहीं होते। लेकिन वे लगभग हमेशा ही अच्छे लीडर और मैनेजर होते हैं, जिस कारण से वे लोक प्रबंधन में बढ़िया करते हैं। उनके विचार से लोक प्रबंधन किसी के जीवन और कार्य में सफलता हासिल करने के चार प्रमुख स्तंभों में एक है।

हम अक्सर लोक प्रबंधन को “लीडरों” और “मैनेजरों” द्वारा किये जाने वाले कार्य के रूप में देखते हैं और हममें से अनेक लोग एक दिन खुद “लीडर” बनने का सपना देखते हैं। परन्तु, मौली की लेखन शैली आपको नेतृत्व और प्रबंधन जैसे सिद्धांतों और किस प्रकार वे असल में एक आयामी नहीं होते हैं, इस पर दोबारा सोचने को मजबूर करती है।

यह पुस्तक मौली द्वारा प्रयुक्त विकास कार्यक्रम पर आधारित है जिसे “लीड ऐंड मैनेज” (नेतृत्व करें और प्रबंधन करें) कहा गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य हमारे मन में बसे कतिपय मिथकों को तोड़ना है – जैसे कि, “लीडर्स” केवल सीईओ जैसे वे लोग होते हैं जिनकी भूमिका में नेतृत्व करना शामिल होता है। असल में वे तर्क देते हैं कि आपकी भूमिका चाहे जो भी हो, आपके कार्य एक साथ नेतृत्व करने और प्रबंधन करने, दोनों होने चाहिए।

ट्रांसफॉर्म को जो चीज सबसे अलग करती है वह यह है कि मौली ने अपने पाठकों के लिए एक व्यावहारिक कार्य योजना तैयार की है। पुस्तक में परिश्रम के साथ कुछ सरल अभ्यासों को पूरा करते हुए, आप विभिन्न व्यवहार और कार्य आधारित बदलावों को उस तरीके से आगे बढ़ाना सीख सकते हैं जिस तरीके से कोई अपने करियर में बढ़ना चाहता है।

इस पुस्तक के विषय में ईपीएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ, श्री आनंद कृपालु ने कहा कि,मौली मेरे सर्वश्रेष्ठ लेखकों में से एक रहे हैं। इस पुस्तक में युवा प्रबंधकों को कॉर्पोरेट करियर के पायदान पर तेजी से ऊपर चढ़ने में मदद करने के लिए लोक प्रबंधन पर अंतर्दृष्टि साझा की गई है। मुझे पक्का यकीन है कि यह पुस्तक चिरस्थाई प्रभा छोड़ेगी और अपने पाठकों के करियर की प्रगति तेज करेगी।”

डॉ. राजन बनर्जी, डीन-बीआईटीएसओएम ने कहा कि, “आप अपने लोगों का विकास कैसे करते हैं और ऐसा करते हुए खुद को कैसे विकसित करते हैं? सीईओ और एचआर हेड, दोनों का कार्य कर चुके एक व्यक्ति के रूप में मौली इस बार में कहने की ख़ास स्थिति में हैं/थे। यह स्पष्ट, सरल और व्यावहारिक पुस्तक है जिसे आकांक्षी और वर्तमान, दोनों तरह के लीडरों को अवश्य ही पढ़ना चाहिए।”

पैनी दृष्टि वाली और व्याव्यारिक,ट्रांसफॉर्म नेतृत्व और प्रबंधन पर एक ऐसी सर्वसमावेशी पुस्तक है जिसमें कॉर्पोरेट सफलता की संभावना बढ़ाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर विस्तृत चचा की गई है।

किताब की दुकानों और अमेज़न डॉट इन (Amazon.in) पर उपलब्ध है।

हार्डकवर | कथेतर साहित्य | रु. 399।

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