शिक्षक-शिक्षिकाओं की ओर से संवाददाता सम्मेलन का आयोजन

Spread the love

कलकत्ता हाइकोर्ट से हमें पूरी उम्मीदें हैं: पल्लवी देबनाथ दास

कोलकाता l 12 मई 2023 को जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों के रूप में भर्ती के समय अप्रशिक्षित लगभग 32,000 उम्मीदवारों की नियुक्ति रद्द करने का आदेश दिया था. आगे चलकर 32000 शिक्षकों की नौकरियां रद्द करने के एकल पीठ के आदेश पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. यह रोक सितंबर के अंत तक या अगले आदेश तक अंतरिम तौर पर लागू रहेगी. कोर्ट की एकल पीठ ने 12 मई को उन लगभग 32,000 उम्मीदवारों की नियुक्ति रद्द करने का आदेश दिया था, जिन्होंने 2014 की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आधार पर 2016 में एक चयन प्रक्रिया के माध्यम से प्राथमिक शिक्षकों के रूप में भर्ती होने के बाद प्रशिक्षण 31 मार्च 2019 को पूरा किया है. उपरोक्त कार्यवाही 139 लोगों की दी गई पिटीशन के आधार पर हुई है. इसी बीच कुछ शिक्षक- शिक्षिकाओं ने शनिवार को महानगर स्थित प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया था.


इस अवसर पर बातचीत करते हुए शुभाशीष सिन्हा ने कहा, जब से एकल पीठ ने अपना फैसला सुनाया है तब से लेकर आज तक हम जैसे शिक्षक-शिक्षिकाओं को हर रोज लोगों के ताने सुनने पड़ रहे हैं. कोई हमें चोर कहता है, तो कोई कुछ और. ये भी कहा गया है कि हम लोगों ने एप्टीट्यूड टेस्ट नहीं दिया है. लेकिन हमारे पास जब इंटरव्यू के लिए कॉल आया था, तो वहां साफ लिखा था कि आपको एप्टीट्यूड टेस्ट भी देने होंगे. आख़िरकार सारी की सारी फार्मेलिटीज़ पूरी करने के बाद ही हमें नौकरी मिली थी. नौकरी करने के साढ़े छह साल बाद अब अचानक से यह कहा जा रहा है कि हम काबिल नहीं थे. यह सरासर गलत है, हमारे साथ नाइंसाफी हो रही है.

उन्होंने आगे कहा, कितने ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं जिनका परिवार उन पर निर्भर कर रहा है. अगर अन्याय होता है, तो कितने ही परिवार तहस-नहस हो जाएंगे इसका अंदाज़ा ऊपर से लगाना मुश्किल है.

वहीं पल्लवी देबनाथ दास ने कहा, हमारे साथ कितने ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं जिन्हें दुष्चिन्ता ने आ घेरा है, वे इस सदमे से बाहर नहीं आ पा रहे हैं. आये दिन समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं. लेकिन हमें कलकत्ता हाईकोर्ट पर पूरा भरोसा है.

कार्यक्रम के दौरान सायन्तन बनर्जी, सुदीप बाग, मौसमी बेगम, पंकज कुमार दास सहित कई लोग मौजूद थे. 

Author