बेल व्यू क्लिनिक ने पेश की उन्नत एआई-आधारित कॉन्टैक्टलेस वाइटल्स निगरानी तकनीक
कोलकाता, 2 नवंबर: बेल व्यू क्लिनिक ने अपने गैर-आईसीयू बेड को स्टेप-डाउन-आईसीयू में परिवर्तित करके रोगी की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डोजी के रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम को अपनाते हुए उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-आधारित संपर्क रहित महत्वपूर्ण निगरानी तकनीक पेश की है। यह स्वदेशी उपकरण स्वास्थ्य कर्मियों को रोगी की स्थिति के बारे में समय पर अलर्ट भेजता है, जिससे गंभीर आपात स्थितियों से बचने में मदद मिलती है। यह कॉन्टैक्टलेस रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग (आरपीएएम) और अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल प्रदान करेगा। यह इस क्षेत्र में डोजी की एनसीबीपी (दुनिया का पहला गैर-संपर्क रक्तचाप) तकनीक पेश करने वाला पहला अस्पताल है, जो उपयोग में अधिक आसानी और रोगी अनुपालन सुनिश्चित करता है।
डोजी ने बेल व्यू क्लिनिक में लगभग दो महीनों तक करीब 300 रोगियों की निगरानी की और लगभग 980 महत्वपूर्ण अलर्ट उत्पन्न किये, जिससे डॉक्टरों और नर्सों को उनके समय को प्राथमिकता देने में मदद मिली, साथ ही साथ उच्च रोगी सुरक्षा भी प्रदान की गई।
डोजी भारत का पहला एआई-पावर्ड कॉन्टैक्टलेस रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग (आरपीएम) और अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) है, जो स्टेप-डाउन-आइसीयू, हाई-डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू), वीआइपी रूम, कोविड व जनरल वार्ड जैसे गैर-आइसीयू वार्डों में निरंतर स्वचालित रोगी निगरानी करता है। भारत सरकार द्वारा समर्थित, डोज़ी डिवाइस 98.4% की क्लिनिकल ग्रेड सटीकता के साथ हृदय और श्वसन दर, रक्तचाप, ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर और रोगी के तापमान जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को ट्रैक करता है। यह स्लीप एपनिया के संकेतकों को चिह्नित करते हुए रोगी की नींद की गुणवत्ता को भी ट्रैक करता है। डोजी का रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम बेहद प्रभावी है। सार्वजनिक अस्पतालों में सत्व कंसल्टिंग द्वारा एक स्वतंत्र अध्ययन से पता चला है कि ~ 100 डोजी कनेक्टेड बेड, समय पर अलर्ट के साथ ~ 144 लोगों की जान बचा सकते हैं और ~ 80% नर्सिंग समय बचा सकते हैं।
बेल व्यू क्लिनिक के सीईओ श्री प्रदीप टंडन ने कहा: “डोजी की तकनीक को अपनाना डिजिटल युग में प्रवेश करने के लिए उठाए जा रहे कदमों में से एक है, जो हमारे स्वास्थ्य सेवा वितरण को और बढ़ाने के लिए पर्याप्त उपकरणों और संसाधनों से लैस है। इस तकनीक के साथ, हम अपने स्वास्थ्य कर्मियों पर काम के बोझ को कम करने की भी उम्मीद कर रहे हैं, जो दूर से किसी मरीज के जीवन की निगरानी कर सकते हैं, और रोगियों की विशिष्ट जरूरतों के आधार पर अपने समय को प्राथमिकता दे सकते हैं। ”
डोजी के सीटीओ और सह-संस्थापक श्री गौरव परचानी ने कहा: “हम डोज़ी को बेल व्यू क्लिनिक में लाने के बारे में काफी उत्साहित हैं। मुझे विश्वास है कि डोजी डॉक्टरों और नर्सों को बेहतरीन देखभाल करने में मदद करेगा, साथ ही साथ कार्यबल बर्नआउट के जोखिम को भी कम करेगा। हमारा उद्देश्य डोजी के तकनीकी समाधानों के माध्यम से रोगियों और स्वास्थ्य कर्मियों दोनों के लिए गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करना और जीवन की गुणवत्ता की रक्षा करना है।”
डोजी प्रणाली आइएसओ 13485, आइएसओ 27001, आइइसी 60601-1-2, आरओएचएस प्रमाणित और सीडीएससीओ पंजीकृत है। इसका यूएसएफडीए 510के प्रक्रिया में है। डोजी ने अपने गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (क्यूएमएस) के लिए इंटरटेक से दिसंबर 2021 में आइएसओ13485:2016 प्रमाणन भी प्राप्त किया। यह प्रमाणन आईएसओ/आईईसी 27001:2013, सूचना सुरक्षा प्रबंधन के साथ गुणवत्तापूर्ण यात्रा का एक हिस्सा है।
आईआईटी स्नातक श्री मुदित दंडवते और श्री परचानी ने अक्टूबर 2015 में डोजी की स्थापना की और बीआइआरएसी ( बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल) के माध्यम से भारत सरकार द्वारा समर्थित है। डोजी ने श्वसन, हृदय और तंत्रिका संबंधी पैटर्न की पहचान और पूर्वानुमान के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के शुरुआती संकेत प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण लक्षणों की विस्तृत जांच से संबंधित कई पेटेंटों के लिए भी आवेदन किया है।