बंग भाषी महासभा फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया युवा सम्मेलन का आयोजन
कोलकाता,(नि.स.)l शुक्रवार को बंग भाषी महासभा फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युवा सम्मेलन का आयोजन किया. मालूम हो कि भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुँचा. उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक तुम्हें तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए’. ‘खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है’. स्वामी विवेकानंद के ऐसे विचारों से लोगों और विशेषकर युवाओं के भीतर क्रांति पैदा होती है. आज की युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से अवगत करवाने के लिए ही उपरोक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. बंग भाषी महासभा फाउंडेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन स्वमी विवेकानंद की स्थायी विरासत को प्रतिबिंबित करने के लिए भी कार्य करता है. यह भारत और दुनियाभर के युवाओं के व्यक्तिगत विकास और सामाजिक उत्थान के प्रति नई प्रतिस्पर्धा बनाने के लिए भी प्रेरित करता है. फाउंडेशन, युवाओं को स्वामी विवेकानंद के उत्साही व्यक्तित्व, ईमानदारी, करुणा और आम लोगों की भलाई करने की घटनाओं से भी अवगत करवाता है. लकी बछर, डॉ.अशोक मंडल, नृपेंद्र कृष्ण रॉय, दुर्जय पाल, सम्पद कुमार रॉय, अभिजीत कुमार, रवींद्र चन्द्र दास, सुशील मंडल, आसिफ बाफ मंडल, राजेश विश्वास, अजय सरकार, प्रीतम जियान, डॉ. शुभ्र चक्रवर्ती, इंदु शेखर चक्रवर्ती, आशीष बाउरी, स्वपन कुमार मान, सोम्बिक नियोगी एवं अन्य ने इस सम्मेलन को अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वहीं अंतरराष्ट्रीय कमेटी के सदस्य डॉ. परिमल कांति मंडल, विश्वभर में युवाओं को स्वामी विवेकानंद की वाणी को फैलाने के लिए आग्रह भी किया.