तारापीठ से लगाव
कोलकाता ही नहीं, बंगाल के कई जगहों पर माँ काली विराजमान हैं जो कि तीर्थ करने वालों को आकर्षित करते हैं। ऐसा ही एक तीर्थ है, तारापीठ जो कि महानगर कोलकाता से लगभग 222 कि.मी. की दूरी पर अवस्थित है।
तारापीठ पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पड़ता है जो कि शक्तिपीठों का स्थान है। मालूम हो कि 51 शक्तिपीठों में से पांच शक्तिपीठ इसी जिले में है जो बकुरेश्वर, नालहाटी, बन्दीकेश्वरी, फुलोरा देवी और तारापीठ के नाम से विख्यात है। इनमें से तारापीठ सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल और एक सिद्धपीठ भी है.
वहीं महानगर के प्रसिद्ध सोशल वर्कर शिवाजी दे भी महाकाली के उपासक हैं. अक्सर मां के दर्शन के लिए तारापीठ चले जाते हैं. वहां के साधु सन्यासियों के साथ बैठकर एक साथ भोजन करना, वहां रह रहे गरीब और असहाय लोगों की मदद करने उनके लिए एक आम बात हो चुकी है. हाल ही में उन्होंने तारापीठ का दौरा किया है. तो लीजिये पेश है उसी की चित्रमय झलकियां.