भारतीय रेलवे मालगोदाम के श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के पीछे इनका है महत्वपूर्ण योगदान
कोलकाता,(नि.स.)l ठेकेदारों की वजह से भारतीय रेलवे मालगोदाम के श्रमिकों को उपयुक्त मेहनताना कभी नहीं मिल पाता है. भले ही रेलवे की ओर से श्रमिकों को थोड़ी बहुत मदद मिल जाती है. लेकिन गौर से देखा जाए तो वे किसी तरह अपनी ज़िंदगी बसर करते हैं. इनके पास शौचालय, पीने का पानी, विश्राम करने की जगह तक नहीं होते हैं. श्रमिकों की दुर्दशा को देखते हुए सुंदरबन के श्रमिक नेता परिमल कांति मंडल ने भारतवर्ष के कई नेताओं और मंत्रियों तक श्रमिकों के तकलीफों की अर्जी पहुंचाई. आगे चलकर मालगोदाम श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के लिए मंत्रियों की ओर से रेल मंत्री को अवगत करवाया गया. यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. आज की तारीख में मालगोदाम श्रमिकों की जरूरतों के मद्देनजर शौचालय, विश्राम करने की जगह से लेकर स्वच्छ पानी मुहैया करवाने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं.
आपको बता दें, परिमल कांति मंडल ने ना सिर्फ भारतीय रेलवे मालगोदाम श्रमिक यूनियन की स्थापना की है, बल्कि कई एनजीओ की स्थापना उन्ही के हाथों से हुई है.