दृष्टिहीन एवं शारीरिक रूप से दिव्यांग और महिला फुटबॉल टीम के लिए “खेला होबे” थीम सॉन्ग की घोषणा के साथ इस गाने को किया गया लॉन्च

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कोलकाता,( नि. स.) I सामाजिक कार्यकर्ता शर्मिष्ठा आचार्य एवं सेलिब्रिटी एंकर और मिस्टर इंडिया फेस ऑफ वेस्ट बंगाल अंकित साव एवं जंक्शन हाउस की एक नोबेल पहल सोच के तहत दृष्टिहीन एवं शारीरिक रूप से दिव्यांग एवं महिलाओं को लेकर एक फुटबॉल टीम का गठन किया गया।
मंगलवार को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में इस फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों के साथ ‘‘खेला होबे’’ थीम सॉन्ग की घोषणा करने के साथ इस गाने को लॉन्च किया गया। इस मौके पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगीत जगत से जुड़ी कई प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित थे। इनमें अलविटो डी’कुन्हा (अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर), मदन मित्रा (विधायक), देबाशीष कुमार (विधायक), सैयद रहीम नबी (भारतीय फुटबॉलर), सुब्रत भट्टाचार्य (वरिष्ठ फुटबॉलर), सुभ्रो जोआद्दार (क्रिकेटर), जोजो मुखर्जी (खेला होबे थीम सॉन्ग के आधिकारिक गायक), प्रबीर सरकार (अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट (एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता), सैंडी साहा (अभिनेता), प्रणय पोद्दार (केन्या के माननीय काउंसल) एवं कई गणमान्य अतिथि प्रमुख थे।


इस अवसर पर ‘द जंक्शन हाउस’ के निदेशक श्री राज रॉय ने कहा, हम इन दिव्यांगों में जागरूकता पैदा करना चाहते हैं कि वह एक सामान्य व्यक्ति से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते है। इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन करने वाला प्रत्येक व्यक्ति नेत्रहीन और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए उदाहरण पेश करेगा, कि वे भी किसी भी श्रेणी में कम नहीं हैं। यही “खेला होबे” फुटबॉल टीम के गठन का मुख्य उद्येश्य है।

श्री अंकित साव ने कहा, कोलकाता में दृष्टिहीन, शारीरिक एवं विशेष रूप से विकलांग और महिलाओं को लेकर बनी इस टीम में मौजूद खिलाड़ियों का प्रदर्शन देख सकेंगे।

सुश्री शार्मिष्ठा आचार्य ने कहा, हमने हमेशा समाज में हर बड़े या छोटे तरीके से बदलाव लाने की कोशिश की है। मैंने हमेशा इस तरह के विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के उत्थान और उन्हें प्रेरित करने का प्रयास किया है। इस फुटबॉल टीम का गठन इसी प्रयास का एक हिस्सा है।

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