रुक्मिणी की फ़िल्म बिनोदिनी का स्पेशल पोस्टर जारी

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मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शुक्रगुजार हूं: रुक्मिणी मैत्रा

कोलकाता l बुधवार को महानगर के हाथीबगान स्थित बिनोदिनी थियेटर में रुक्मिणी मैत्रा अभिनीत फिल्म बिनोदिनी का स्पेशल पोस्टर लांच किया गया. यह फ़िल्म मशहूर नाट्य व्यक्तित्व बिनोदिनी दासी(नटी बिनोदिनी) की जीवनी पर आधारित है. इस फ़िल्म में रुक्मिणी के अलावा चन्दन रॉय सान्याल, ओम साहनी और कौशिक गांगुली को अभिनय करते देखा जाएगा. फ़िल्म आगामी 23 जनवरी 2025 को सभी सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि जिस थियेटर पर फ़िल्म की पोस्टर लॉन्चिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, उस थियेटर का नाम पहले स्टार थियेटर था. कुछ समय पहले रुक्मिणी मैत्रा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से से आग्रह किया था कि इस थियेटर का नाम क्यों ना बिनोदिनी दासी के नाम पर रखा जाए क्योंकि इस थियेटर के निर्माण में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. मुख्यमंत्री ने उनकी बात रख ली. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि हातीबागान स्थित स्टार थिएटर का नाम बदलकर बिनोदिनी थिएटर रखा जाएगा.

आपको बता दें, बिनोदिनी दासी बंगाली थिएटर की पहली प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं, जिन्होंने 26 की उम्र में ही अभिनय छोड़ दिया था, लेकिन तब तक उन्होंने काफी लोकप्रियता अर्जित कर ली थी.

दूसरी तरफ रंगमंच के विद्वानों का कहना है कि बिनोदिनी दासी या नटी बिनोदिनी ने मूल स्टार थिएटर की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो बीडन स्ट्रीट पर स्थित था, लेकिन 1931 में सेंट्रल एवेन्यू के विस्तार के लिए इसे तोड़ दिया गया था।

मौके पर उपस्थित रुक्मिणी ने कहा, आज से 7 साल पहले मेरी पहली फिल्म चैम्प आई थी. उस समय चैम्प के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान मैं काफी घबराई हुई थी. और आज मेरी फिल्म बिनोदिनी रिलीज़ होने के कगार में है. लेकिन आज जो घबराहट हो रही है वह उस समय से ज़्यादा है. क्योंकि जिसकी वजह से स्टार थियेटर का निर्माण हुआ था, वो और कोई नहीं बल्कि बिनोदिनी दासी ही थीं. जिसकी बायोपिक में मैंने काम किया है. उस समय इस थियेटर का नाम उनके नाम पर होना था. लेकिन पुरुषतांत्रिक समाज की वजह से 140 साल बाद भी ऐसा हो नहीं पाया. फ़िल्म की जर्नी के दौरान मैंने ईस बात को अपने दिल पर ले लिया था. क्योंकि मैं खुद एक महिला हूं. बिनोदिनी दासी की लड़ाई अब मेरी लड़ाई बन चुकी थी. इसी के मद्देनजर मैंने ममता बनर्जी से गुहार लगाई कि क्यों ना आप इस थियेटर के नामकरण को लेकर कुछ सोचे. अंततः सफलता हमें मिल ही गई.

रुक्मिणी ने आगे कहा, चूंकि मुख्यमंत्री एक महिला हैं उन्होंने मेरी बातों को समझा और सटीक निर्णय लिया. इस वजह से मैं उनकी शुक्रगुजार हूं.

इस अवसर पर फ़िल्म के निर्देशक राम कमल मुखर्जी, संगीत निर्देशक सौरेन्द्र-सौम्यजीत सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.

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