बेलाशुरू का पहला गीत ‘सोहागे आदोरे’ जारी
कलाकारों की कभी मौत नहीं होती: शिबोप्रसाद मुखर्जी
कोलकाता l हाल ही में नंदिता रॉय और शिबोप्रसाद मुखोपाध्याय निर्देशित फिल्म बेलाशुरु का एक गीत ‘सोहागे आदोरे‘ फ़िल्म से जुड़े सारे कलाकारों की उपस्थिति में रिलीज़ कर दिया गया है. इसे अनुपम रॉय ने गाया है. फ़िल्म में संगीत अनुपम रॉय और अनिंदया चटर्जी ने दिया है. इस फ़िल्म में स्वर्गीय सौमित्र चटर्जी, स्वर्गीय स्वातिलेखा सेनगुप्ता, इंद्राणी दत्ता, रितुपर्णा सेनगुप्ता और सुजय प्रसाद चटर्जी हैं. वहीं अन्य किरदारों में खराज मुखर्जी, अनिंदया चटर्जी, शंकर चक्रवर्ती, मोनामी घोष, अपराजिता आढो, सुजय प्रसाद चटर्जी हैं. इस फ़िल्म का निर्माण विंडोज प्रोडक्शन के बैनर तले किया गया है.
यह फ़िल्म नन्दिता रॉय और शिबोप्रसाद मुखर्जी निर्देशित फ़िल्म बेलाशेषे(2015)का सीक्वल है. फ़िल्म की कहानी की बात करें तो यह कहानी एक बुजुर्ग दंपति विश्वनाथ सरकार (सौमित्र चट्टोपाध्याय) और आरती सरकार (स्वातिलेखा सेनगुप्ता) के इर्द-गिर्द घूमती है. यह एक परिवार के भीतर मौजूद विभिन्न रिश्तों पर रोशनी डालेगी. वहीं माता-पिता, बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के बीच कैसे सम्बन्ध है उसकी कहानी भी बयान करेगी.
गीत की लॉन्चिंग के दौरान अभिनेता सुजय प्रसाद चटर्जी ने कहा, यह फ़िल्म अभिनेता सौमित्र चटर्जी और अभिनेत्री स्वातिलेखा सेनगुप्ता की आखिरी फ़िल्म है और दोनों ही उम्दा कलाकार थे. उनसे मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है. यह फ़िल्म आनेवाली पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है. क्योंकि यह फ़िल्म रिश्तों की गहराइयों को स्पष्ट करता है.
मौके पर निर्देशक शिबोप्रसाद मुखर्जी ने कहा, इस फ़िल्म के सन्दर्भ में एक बात कहना चाहूंगा कि कलाकारों की कभी मौत नहीं होती है. उनके चले जाने के बाद उनका काम हमें प्रभावित करता है. और इसी माध्यम से वे हमारे बीच जीवित रहते हैं. मैं स्वर्गीय सौमित्र चटर्जी और स्वातिलेखा सेनगुप्ता की बात कर रहा हूँ, जो इस फ़िल्म का अहम हिस्सा है. इसी फिल्म के माध्यम से उनके बेहतर परफॉर्मेंस को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए मैंने काफी प्रितिक्षा की है. आज वो घड़ी आ चुकी है. फ़िल्म आगामी 20 मई को रिलीज हो रही है.
शिबोप्रसाद ने आगे कहा, यह फ़िल्म न सिर्फ बिश्वनाथ सरकार(सौमित्र) और आरती सरकार(स्वातिलेखा) की इटरनल लव स्टोरी है, बल्कि यह कई लोगों के बीच के रिश्तों की कहानी बयां करेगी.
सौमित्र की यह आखिरी फ़िल्म है, उनके बारे में क्या कहना चाहेंगे, पूछने पर शिबोप्रसाद ने कहा, उनकी समयनिष्ठा की दाद देनी होगी.
वहीं अभिनेता अनिंदया चटर्जी ने कहा, इस फ़िल्म में मैं पलाश की भूमिका में दिखाई दूंगा. पलाश एक परिवार का सबसे छोटा दामाद है. उसका दाम्पत्य जीवन कैसा चल रहा है, फ़िल्म की कहानी का एक हिस्सा इसी विषय को उजागर करेगी.
इस अवसर पर अभिनेत्री इंद्राणी दत्ता ने कहा, इस फ़िल्म में मैं शर्मिष्ठा के किरदार में हूं. 2015 में आई फ़िल्म बेलाशेषे में जो मेरा शर्मिष्ठा का किरदार था, यहां भी वही किरदार है, लेकिन यहां कहानी कुछ हटकर है.
नंदिता रॉय तथा शिबोप्रसाद मुखर्जी के साथ काम करने का अनुभव पूछने पर इंद्राणी ने बताया, इन दोनों से काफी कुछ सीखने का मौका मिला है.
म्यूजिक रिलीज के मौके का लुत्फ उठाती हुई अभिनेत्री मोनामी घोष ने कहा, इस फ़िल्म में भी मैं पिऊ की भूमिका में हूँ, जो बेलाशेषे में था. 7 साल के बाद मेरे और मेरे पति के साथ सम्बन्ध कैसे हैं इत्यादि, को दर्शायेगी बेलाशेषे.
दूसरी तरफ अनुपम रॉय ने कहा, मेरे इस गीत को सौमित्र और स्वातिलेखा जी पर फिल्माया गया है. यह काफी बड़ी बात है.