रॉकी और रानी की प्रेम कहानी सिखाती है मोहब्बत के रिश्ते कैसे बनाये जाते हैं
क्या करण जौहर फिर टाइमलेस क्लासिक मूवी बनाने में कामयाब हुए हैं, आइये जानें
कोलकाता, (नि.स)l कुछ-कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम इत्यादि कुछ ऐसी फिल्में हैं जिन्हें टाइमलेस क्लासिक फिल्मों का दर्जा मिल चुका है. दरअसल ये फिल्में करण जौहर ने डायरेक्ट की थी. अब उनकी नई फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी आगामी 28 जुलाई को सभी सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. और इसी बीच बृहस्पतिवार को महानगर में फ़िल्म का स्पेशल स्क्रीनिंग रखा गया था.
फ़िल्म की कहानी: रॉकी (रणबीर सिंह) और रानी (आलिया भट्ट) दोनों प्यार में हैं.अलग जाति के होने की वजह से दोनों के घरवाले इस रिश्ते से खुश नहीं है. इसलिए दोनों फैमिली स्विच करने का फैसला लेते हैं. अब आगे क्या होता है इसके लिए आपको फ़िल्म देखनी पड़ेगी.
कैसी लगी फ़िल्म: फ़िल्म यह सिखाती है कि खून के रिश्ते एक जैसे नहीं होते और मोहब्बत के रिश्ते बनाये जाते हैं. फ़िल्म महिलाओं के हक और सम्मान की भी बात करती है. पूरी फिल्म के दौरान रणबीर का जोश देखते ही बनता है. उन्होंने दिल खोलकर अभिनय किया है. ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने किरदार को पर्दे पर जिया है. आलिया और जया बच्चन ने भी अपने-अपने अभिनय का लोहा मनवाया है. धर्मेन्द्र, शबाना आज़मी, टोटा रॉय चौधरीऔर चूर्णी गांगुली ने भी अच्छा काम किया है. फ़िल्म में कुछ पुराने गीतों का इस्तेमाल किया गया है, जिसे सुनते ही आप पल भर में रोमांटिक हो जाएंगे, मसलन अभी ना जाओ छोड़कर, आज फिर जीने की तमन्ना, आप जैसा कोई इत्यादि. वैसे फ़िल्म का प्रत्येक गाना भी कर्णप्रिय है, जिसका सारा श्रेय प्रीतम को जाता है. फ़िल्म के कुछ डायलॉग्स आपके दिल को छू लेगा. कुछ कॉमिक टाइमिंग भी आपको हंसने पर मजबूर कर देगी. यह एक फैमिली ड्रामा है, लेकिन पूरी फ़िल्म के दौरान ऐसा कोई मुहूर्त नहीं है जिसे देखकर आप भावुक हो जाएंगे. क्योंकि जहां सेंटिमेंटल मोमेंट्स तैयार होते हैं वह पलक झपकते ही ख़त्म हो जाते हैं. जिस तरह के भावुक मुहूर्त का लुत्फ हमने कभी खुशी कभी गम, कुछ कुछ होता है में उठाया था, जिसे करण जौहर की टाइमलेस क्लासिक फिल्में मानी जाती हैं, वह मिसिंग है. करण इस फ़िल्म को टाइमलेस क्लासिक का दर्जा दे नहीं पाये. वो बात इस फ़िल्म में नज़र नहीं आती है. फ़िल्म रणबीर और आलिया के लिए एक बार देखी जा सकती है.