आईटीसी सनराइज स्पाइसेज ने की ‘घोरे घोरे दुर्गा’ कॉन्टेस्ट के विजेता की घोषणा

कोलकाता, 28 अक्टूबर, 2024: भारत के प्रमुख मसाला ब्रांडों में से एक आईटीसी सनराइज स्पाइसेस ने ‘घोरे घोरे दुर्गा कॉन्टेस्ट’ की जबरदस्त सफलता के बाद इसके विजेताओं की घोषणा की है। इस खास कॉन्टेस्ट में पश्चिम बंगाल के 23 जिलों के 1500 दुर्गा पूजा पंडालों ने हिस्सा लिया था। इस कॉन्टेस्ट में राज्य की पूजा समितियों को आमंत्रित किया गया था। यहां इन दुर्गा पूजा समितियों को प्रतिष्ठित दशभुजो गीत के माध्यम से बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को खूबसूरती के साथ पेश करना था। दुर्गा पूजा के दौरान सबसे शुभ माने जाने वाले नौवें दिन इस कॉन्टेस्ट का समापन हुआ। इस मौके पर विजेता पंडालों की घोषणा की गई।
इस कॉन्टेस्ट में शामिल 1500 प्रतिभागियों का एक सख्त प्रक्रिया के साथ मूल्यांकन किया गया। इस मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद, कॉन्टेस्ट के 50 फाइनलिस्ट को चुना गया। इन पंडालों का मूल्यांकन सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व, मूर्ति की डिजाइन, इनोवेटिव थीम और पूजा की भव्यता के आधार पर किया गया। ऑन-ग्राउंड विजिट और सबसे आखिर में विचार-विमर्श के बाद, ऐसे पंडाल को विजेता चुना गया, जिसने अपनी बेहतरीन क्रिएटिविटी और समर्पण के साथ दुर्गा पूजा से जुड़ी परंपराओं को दिल की गहराइयों से अपनाया।
चैतन्यपुर न्यू स्टार – पूर्ब मेदिनीपुर, सुभाष पोली दुर्गापूजा – जलपाईगुड़ी, बंधनी बायम समिति – हावड़ा, भट्टाचार्जी पारा दुर्गा पूजो – मुर्शिदाबाद और कल्याणपुर आदि पूजा – पश्चिम बर्धमान को असाधारण क्रिएटिविटी और पूजो संस्कृति का शानदार प्रतिनिधित्व के चलते इस प्रतियोगिता के टॉप 5 विजेताओं के रूप में चुना गया।
कॉन्टेस्ट बारे में बात करते हुए, सनराइज स्पाइसेज के बिजनेस हेड, श्री पीयूष मिश्रा ने कहा, “‘घोरे घोरे दुर्गा कॉन्टेस्ट’ के साथ अपनी विरासत के इस बेमिसाल उत्सव को देखकर हम बेहद रोमांचित हैं। इस कॉन्टेस्ट में भाग लेने वाले प्रत्येक पंडाल ने जिस क्रिएटिविटी, जुनून और सामुदायिक भावना का प्रदर्शन किया है, उसने सही मायनों में दुर्गा पूजा की मूल भावना को सम्मानित किया है।”
आईटीसी सनराइज स्पाइसेस इस कैम्पेन को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों, खास तौर पर टॉप 50 फाइनलिस्ट और विजेताओं को हार्दिक बधाई देता है। इस प्रतियोगिता ने न केवल पूजो को और भी जीवंत बनाया, साथ ही ब्रांड और बंगाल के लोगों के बीच के बंधन को भी और मजबूती प्रदान की है।